खाम नदी जीर्णोद्धार और शहर की सांस्कृतिक विरासत का पुनरुत्थान
by , e -भारत के छत्रपति संभाजीनगर (पहले औरंगाबाद के नाम से जाना जाता था) शहर से होकर बहती हुई खाम नदी वर्षा ऋतु में उफान पर होती है जबकि वहीं गर्मियों में एक पतली धारा में सिमट जाती है। कुछ वर्षों पहले तक खाम नदी पानी की कमी से जूझने वाले इस शहर की जरूरत कुओं और साफ पानी का संचय करनेवाले प्राचीन नहरों की एक उन्नत प्रणाली के माध्यम से पूरा करती थी। लेकिन पिछले कुछ दशकों में जनसंख्या वृद्धि, कचरे के कुप्रबंधन और अनियमित रेत खनन ने नदी को एक बड़े कचरे के ढेर और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरे में बदल दिया है।
"मेरे बचपन के दिनों में जब मैं यहाँ आता था तो खाम नदी का पानी इतना साफ था कि हम उसे...